डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) की कोल्हापुर इकाई ने 21 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले का खुलासा किया है और कोल्हापुर में एक प्रमुख दवा स्टोर श्रृंखला कंपनी के टैक्स मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है।
मयंक मुकेश पटेल,डोंबिवली पश्चिम , मुंबई में दवा दुकानों की एक श्रृंखला के कराधान प्रबंधक, को केंद्रीय जीएसटी खुफिया अधिकारियों ने 21 करोड़ रुपये की कर चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में उन्हें मा.मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत प्राप्त हुई।
इस संबंध में गुप्त सूचना मिलने के बाद जब अधिकारियों ने इसकी जांच की तो टैक्स चोरी की बात साफ होने के बाद खुफिया अधिकारियों ने पटेल को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए कोल्हापुर बुलाया। उससे आगे पूछताछ की गई और मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस अपराध में उसके कुछ और साथी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि उसके अनुरूप जांच चल रही है।
मयंक पटेल एक हेल्थटेक कंपनी में टैक्सेशन मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। स्पेशल इंटेलिजेंस टीम को इस कंपनी से टैक्स चोरी की जानकारी मिली थी।तदनुसार, कोल्हापुर कार्यालय की एक टीम ने 11 सितंबर 2025 को विक्रोली में छापा मारा और कंपनी के कार्यालय में दस्तावेजों का निरीक्षण किया। इसमें बताया गया कि टैक्सेशन मैनेजर ने कंपनी के दस्तावेजों के जरिए फर्जी लेनदेन दिखाकर 8 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की। उन्होंने कागज पर अपनी कंपनी भी शुरू की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि उस कंपनी द्वारा 13 करोड़ रुरुपये की टैक्स चोरी हुई है।
इस ऑपरेशन को केंद्रीय जीएसटी विभाग के वरिष्ठ खुफिया अधिकारी सूरज पवार, अभिजीत भिसे, सौरभ पवार के साथ अमित कुमार जयसवाल, अविनाश सूर्यवंशी और हिमांशु आहूजा की एक टीम ने अंजाम दिया।