सूत्रों के अनुसार गोवा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में एक प्रसिद्ध इस्पात उद्योग समूह के निदेशकों के कारखाने, आवास और कार्यालय मे दो दिन से पुछताछ जारी है।समझा जाता है कि आयकर छापों में बेहिसाब संपत्ति का खुलासा हुआ है। कोल्हापुर में हुई इस कार्रवाई में बड़ी मात्रा में नकदी और सोना ज़ब्त किया गया है तथा कुछ संदिग्ध दस्तावेज़ ज़ब्त किए हैं।
इस्पात उत्पादन के लिए आवश्यक स्क्रैप को कच्चा माल के रूप में खरीदा जाता है। चूँकि यह स्क्रैप नकद में खरीदा जाता है, इसलिए कई लेन-देन में हिसाब-किताब के दस्तावेज़ नहीं मिलते। विभागद्वारा प्राथमिक जांच में कुछ दस्तावेज़ों में विसंगतियाँ पाई हैं। आयकर विभाग ने संबंधित निदेशकों के बयान लेने का काम शुरू कर दिया है। इस कार्रवाई में आयकर विभाग ने संबंधित औद्योगिक समूह के पिछले छह वर्षों के खातों की जानकारी लेनी शुरू कर दी है।
जीएसटी विभाग ने भी एक वर्ष पहले इस इस्पात उद्योग समूह के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की थी, क्योंकि यह पाया गया था कि यह कंपनी पहले भी जीएसटी कर चोरी मे संदिग्ध रूप से सहभागी थी ।